तेरा रूप समेटकर खुद में, गीत नया बनाऊँ मैं, जब भी तुम आओ सामने नित् नया सुनाऊँ मैं , तेरा रूप समेटकर खुद में, गीत नया बनाऊँ मैं, जब भी तुम आओ सामने नित् नया...
संभाल के समेटना इन दियों को सारी रात हमें रोशनी देने के लिए खुद की तपिश में जलती रही। संभाल के समेटना इन दियों को सारी रात हमें रोशनी देने के लिए खुद की तपिश मे...
हमारी ये आँखे बहुत कुछ कहती हैं कि ये बहुत कुछ सहती हैं इसलिए हम झुका लेते हैं हमारी ये आँखे बहुत कुछ कहती हैं कि ये बहुत कुछ सहती हैं इसलिए हम झुका लेते...
आंखों के राज़ भी बड़े गहरे होते हैं लाख छुपाओ पर इन पर भी कई चेहरे होते हैं। आंखों के राज़ भी बड़े गहरे होते हैं लाख छुपाओ पर इन पर भी कई चेहरे होते हैं।
धरा पर कहीं बाद में प्रेयसी की आँखों में वसंत पहले उतरता है। धरा पर कहीं बाद में प्रेयसी की आँखों में वसंत पहले उतरता है।
सजाने को तुम्हारा बचपन, और संवारने को तुम्हारा भविष्य, कर दिया कुर्बान उसने अपना वर् सजाने को तुम्हारा बचपन, और संवारने को तुम्हारा भविष्य, कर दिया कुर्बान उसन...